वर्ष 2023 के लिए जो मैंने अपनी जीवन-दृष्टि तैयार की है उसका एक अंग है छह भारतीय दर्शन. पिछले दिनों 18 उपनिषदों के अध्ययन के बाद आज योगदर्शन शुरू किया. इसके पहले योगदर्शन का अनुवाद/विवेचना व संबंधित सामग्री ओशो, बी. के. एस. अयंगर, स्वामी मुक्तिबोधानंद, और नंदलाल दशोरा के माध्यम से पिछले वर्षों में पढ़ चुका हूँ. साथ ही, योगाभ्यास भी नियमित रूप से करता रहा हूँ क्योंकि योग अध्ययन से अधिक प्रयोग का विषय है. इस बार आचार्य उदयवीर शास्त्री से कुछ नया सीखने मिल रहा है. शास्त्री जी ने भारतीय दर्शनों पर उल्लेखनीय कार्य किया है. इनकी किताबों की अनुशंसा प्रोफेसर राजेश शर्मा से मिली थी. शास्त्री जी के बारे में एक रोचक तथ्य यह भी है कि वे भगत सिंह के संस्कृत के आचार्य थे.